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Sudershan Ratnakar
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युग बदल रहा है
फूलों की सुगंध
यादों के झरोखे
दोष किस का था
आसमान मेरा भी है
बस, अब और नहीं
मैनें क्या बुरा किया है
नहीं यह नहीं होगा
क्या वृदां लौट पाई
एक नदी एहसास की
तैरते बादल
मैं नहीं जानती
मैनें क्या बुरा किया है
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